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Q&A
09:39 AM | 04-11-2019

I had ICL ( Eye Surgery ) 20 days back, is that ok to do enema at home? If not when can i start?

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

09:24 AM | 08-11-2019

Hi,  

Yes you can take enema in home but first few times do it under guidance. You can take Normal water enema, lukewarm water enema or saline water enema etc. as per your requirement.   

  • Enemas help eliminate toxins that have been stored in the body.
  • Take proper care during enema 
  • The benefits of enemas are wide-ranging and include improving circulation, boosting energy, losing weight, clearing the skin, detoxing the liver, improving regularity, bowel cleansing, excess fatty acids from the intestines. and more.
  • Enema also have a positive impact on the nervous system, flushing away exhaustion and anxiety. 
  • Enemas help to balance hormones, control appetite, regulate sleep, and improve mental processing. 
  • Enemas can also clear your skin, and improve concentration and circulation.
  • Precaution: Take proper care during inserting enema tube nozzle by applying proper lubrication, insert with care risk include perforation of the rectum, and infection.

Namasthe!



06:14 PM | 07-11-2019

You can absolutely take water enema. The wastes collected in the colon has been there for years. It has nothing to do with the current state. It’s always best to clean the system when you want to follow a healthy lifestyle.  Enema must be taken under expert guidance.  Please reach out to one and then do. 

Thanks 

Be blessed

Smitha Hemadri ( Educator of natural healing practices )



02:08 PM | 07-11-2019

नमस्ते,

 आप एनिमा ले सकते हैं , एनिमा से आंत मेंं स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, आंतों की गर्मी कम होती है क्रमा कुंचन गति सुचारू रूप से अपना कार्य करती है जिससे भोजन के पाचन के पश्चात अवशोषण सही तरीके से होता है जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिलता है।

 

  • एनिमा की सहायता से दवाओं का दुष्प्रभाव भी कम हो जाता है।

 

  • अनुभवी योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन के निर्देशन में गुनगुने पानी नींबू एवं शहद या सामान्य तापमान के जल का एनिमा लें।

 

  • सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे पाचन अंगों को आराम मिलता है, शरीर की सेल्फ हीलिंग क्षमता का विकास होता है


09:39 AM | 07-11-2019

हेलो,

कारण - किसी समय भी tona लिया जा सकता है enema नहीं। enema bowl movement को डिस्टर्ब करता है। इसीलिए उसे किसी भी सूरत में नहीं ले सकते हैं। 

टोना का कार्य आँत को ठंडक पहुँचाना है। क्योंकि आँत heated होने कारण क़ब्ज़, अम्ल, संक्रमण और शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द का कारण बनता है।

टोना में सादे पानी का use करते हैं और पानी 200ml से अधिक insert नहीं करते है। जिसके कारण bowl movement को disturb किए बिना आँत को ठंडक पहुँचता है। आँत या anus में फसे हुए मल बाहर आ जाते है। क्योंकि पानी से आँत को ठंडक पहुँचती है।

शरीर में अम्ल के कम होने से कोई भी operation जल्दी heal होगा। 

क़ब्ज़ दूर होने से शुगर, रक्तचाप, मानसिक रोग, हार्मोन के problems ठीक होते हैं।

खुराक बदलने से ही टोना फ़ायदा कर पाता है।

किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। 

आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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