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Q&A
03:48 PM | 15-11-2019

Hi. I am having bleeding gums since last 2 years. I maintain sufficient oral hygiene, but it is not good enough. As per dentist's I have crowded teeth structure which causes more food particles to remain between the gums and teeth. This causes bacterial formation and finally bleeding. What should I do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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6 Answers

06:17 PM | 15-11-2019

The bleeding gums can be due to gingivitis which happens because of inflammation of gums and it causes our gums to bleed even with slightest of injury. It happens when plaque starts building up between our teeth and invade our gums so that they tend to become vulnerable to different types of infections gingivitis is one of them.

Flossing is the answer to all your issues pertaining to healthy gums. Flossing will give you the best results and with cleaning your gum line and your teeth in the middle areas were toothbrushes cannot be reached. So with your regular brushing include flossing as your daily chore for better health.

The next main thing to give attention to is the diet for our gums. What type of food you can include in your diet to improve your gum health? Onions are the best thing to have for improving your gums. Onions tend to neutralize certain bacterias in our mouth and improve the health condition.

Green leafy vegetables are also a good source for healthy gums, including them as raw juice helps you out to improve your oral state. Tomatoes, carrots, and apples are also somethings to be included in your daily diet to start with oral hygiene correction.

Thank you



06:36 PM | 15-11-2019

Sudipto, lack of maintenance is not always the cause of bleeding gums. Rarely, My husband and daughter both have crowded dentures and they don't experience such issues. Nature has adjusted the dental anatomy based on that, may it be the blood supply to them or nerves. What matters is the type of food that they get exposed to. The mouth is the first part of the GI tract and is expected to consume only alkaline foods such as fruits, vegetables, greens, and herbs. If you expose them to too acidic foods that don't belong to the above category then the saliva will become acidic and gums start bleeding. The reason called inflammation which is the body's attempt to shield itself from the type of foods you are eating.

Gums are also made up of the cells of the body. It can’t tolerate acidic foods over a period of a few years. Some people have cavities, gingivitis or other issues.. some may have receding gums too.

Http://www.wellcure.com/body-wisdom/190/reverse-cavities-naturally-and-bid-goodbye-to-dental-woes

1. Start with fasting correctly 16 hours per day between dinner and next solids daily.

2. Rinse with salt water after every drink or solid.

3. Fast on liquids for 3 days-vegetable juices, tender coconut, do not eat anything for three days to address the immediate issue.

4. Do not snack between meals.

5. Quit animal-based foods such as dairy meat eggs, .and fish forever Quit sugar and other unnatural sweeteners. This is the major reason.

6. Do not eat any ready to eat foods that have been packed.

7. Exposure to sunlight.

8. Use Vicco Vajradanti toothpaste and avoid all other fluoride-based ones.

9. Do as much juice feasting as possible for a few days. If you chew, chew only soft fruits and drink vegetable juices. Don’t consume vegetable salads for a few days. We want to avoid wear and tear. Give as much rest as possible to the mouth from chewing. Absolutely avoid cooked beans and grains for a month and then start cooked only in the night that’s oil-free.

10. Floss daily once and brush twice a day

I have personally healed from surgeries in my mouth after teeth removal tooth removal without any medication, by being on liquid fast and adopting all the suggestions that I have mentioned above. There have been people who have had pains in the teeth and have also healed.

Bleeding gums is an inflammation of the gums. It might take a few days for it to heal with dedicated care. It is very important to be religious in the above practice to heal completely and avoid cooked food with grains as much as possible for some days and stay on raw

Be blessed

Smitha Hemadri (educator of natural healing practices)



10:41 AM | 18-11-2019

हेलो,

कारण - दाँतों और मसूड़ों की समस्या हमारे अस्वस्थ पाचन क्रिया के वजह से शुरू होती है।

शरीर में अधिक अम्ल बनने से उसका सीधा दाँतों और मसूड़ों के स्वास्थ पर पड़ता है।

समाधान - टूथ पेस्ट और टूथ ब्रश का इस्तेमाल बंद करें। अमरूद के पत्ते चबाएँ और अच्छे तरीक़े से चबा कर उसे थोड़ी देर तक मुँह में रख कर मुँह ख़ाली करें फिर ऊँगली से दाँतों और मसूड़ों की मालिश करके सादे पानी से ग़रारे करें। इस को दिन में तीन बार करें।

एक बूँद लौंग का तेल 20ml पानी में मिला कर मुँह में भर कर 10मिनट तक रखें और मुँह के अंदर इस पानी घुमाएँ।

सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें। इसके बाद फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें, रुकें, फिर स्वाँस अंदर भरें। ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक समय पर करना है। ये दिन में चार बार करें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

जीवन शैली -आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



10:41 AM | 18-11-2019

This may be gingivitis. My advice is take more of vitamin C rich diet like you may consider having lemon juice with honey or goose berries daily. Hope this would give you some relief



07:25 PM | 02-12-2019

नमस्ते,

  • जब किसी व्यक्ति के आहार में पर्याप्त फल और सब्जियां शामिल नहीं हो पाते तो उसे विटामिन सी की कमी हो सकती हैं। ये मसूड़ों में दर्द और सूजन पैदा करते हैं, जिस कारण से खून भी बहने लग सकता है।
  • लिवर की किसी भी प्रकार की बीमारी और शराब के कारण होने वाला रोग लिवर के कार्यों में बाधा डालते हैं, जिससे मसूड़ों में खून आ सकता है।
  • कुछ कैंसर के प्रकार जैसे ल्यूकेमिया (Leukaemia / ब्लड कैंसर) या अस्थि मज्जा कैंसर के कारण भी मसूड़ों से खून बहने लगता है।
  • विटामिन  k शरीर में क्लोटिंग प्रक्रिया के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व होता है। इसलिए जब विटामिन k की कमी होती है, तो शरीर के किसी भी जगह खून बहने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है, जिसमें मसूड़े भी शामिल हैं।
  • यह गर्भावस्था के दौरान होता है, आमतौर पर यह गर्भावस्था  दूसरे महीने या तीसरे महीने में शुरू हो जाता है और आठवें महीने तक रहता है, इसके कारण से मसूड़ों में पीड़ा, सूजन व खून बह सकता है। मुंह द्वारा ली जाने वाले कुछ बर्थ कंट्रोल प्रोडक्ट्स भी मसूड़ों में खून का कारण बन सकते हैं।
  • मसूड़ों में सूजन आने पर भी उनसे खून निकल सकता है और यह तब होता है जब लोग अपने दांतों को साफ नहीं रख पाते। इससे मसूड़ों में समस्याएं होने लगती हैं और वे लाल हो जाते हैं तथा उनमें सूजन व दर्द होने लगता है। जिससे उनमें आसानी से खून बहने लगता है। ​
     
  • इन दांतों को साफ करने में बहुत मुश्किल हो सकती है, क्योंकि इनमें दो दांतों के बीच भोजन फंसा रह सकता है। इससे मसूड़ों में सूजन आ जाती है और आसानी से खून आ सकता है।
     
  • यह अधिक दबाव के साथ ब्रश करने, अधिक कठोर बालों वाले ब्रश का इस्तेमाल करने या दातुन (नीम आदि के दातुन) से भी अधिक जोर से मसूड़ों को रगड़ने पर होता है। इसमें मसूड़े जख्मी भी हो सकते हैं।
     
  • आनुवांशिक और अज्ञात उत्पत्ति (जिसका पता न चल पाए) वाले रक्तस्त्राव विकार होते हैं, जो खून बहने की सामान्य प्रवृत्ति को बढ़ाते है। यह पहले रक्तस्त्राव के माध्यम से प्रकट हो सकते हैं।

आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए-

  •  नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलता है कोशिकाओं की मरम्मत होती है।
  • सूर्योदय के पश्चात 45 मिनट धूप मेंं रहे इससे शरीर में विटामिन डी की आपूर्ति होती है शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
  • प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी ,नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है, आंंत की दीवारें फैलती हैं, शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे क्रमांक कुंचन गति सुचारू रूप से होती है।
  •  प्रतिदिन पालक ,चुकंदर ,नारियल पानी या आंवले के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
  •  प्रतिदिन भोजन में 50% ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज, 5% सूखे मेवे का सेवन खूब चबा चबाकर करें, यह हल्के एवं सुपाच्य होते  हैं, संतुलित मात्रा में शरीर को पोषण प्राप्त होता है, अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं, दांत व मसूड़े मजबूत होते हैं।
  • प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है ,शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
  •  सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, पाचन अंगों को आराम मिलता है
  • ऊंगली पर थोड़ा सा शहद लें। इसे हल्के-हल्के अपने मसूड़ों पर मसाज करें।शहद एंटीबैक्टेरियल होता है। इसमें मसूड़ों से सूजन और खून आने जैसे बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने के गुण पाए जाते हैं। इसमें मसूड़ों की सूजन कम करने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं। यही कारण है कि शहद के इस्तेमाल से मसूड़ों में सूजन, खून आने की समस्या समाप्त हो जाती है।
  • विटामिन सी युक्त नींबू, संतरा, मौसमी के सेवन से मसूड़ों के उन संक्रमण से राहत मिलती है, जिनसे मसूड़ों से खून बहने की संभावना रहती है। इसके उलट अगर आप विटामिन सी का कम सेवन करते हैं तो विटामिन सी की कमी से आपको मसूड़ों से खून आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • अमरूद की 2-3 कोमल पत्तियों को चबा चबा कर खाएं दांत संबंधी समस्याओं से छुटकारा प्राप्त होगा।
  • भोजन के पश्चात  दांतो को अच्छी तरीके से साफ करें  जिससे दांतो के बीच में भोजन के कण न फंसे रहे।
  • प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न होकर नंगे पाव टहलें, मन शांत एवं तनाव मुक्त  रहता है। 

निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज पदार्थ चाय काफी चीनी मिठाईयां नमक नमकीन ठंडे पेय पदार्थ डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ रात्रि जागरण ,क्रोध, ईर्ष्या , चिंता ,तनाव सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग।



05:10 PM | 15-11-2019

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