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Q&A
04:48 PM | 20-11-2019

I have nightfall 3 times in a month.. Is it problem.. If it is then what should i do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

09:01 AM | 21-11-2019

Dear health seeker, Technically speaking from nature cure perspective, night falls can not be bracketed as natural. Any healthy male should not be having this unnatural ejaculation an unwanted waste of valuable semen. All our health manuals speak of conservation of Vitality in all our endeavours and thus have a  good mental and physical health. In today's scenario, it's well-nigh impossible to find someone without this affliction for the simple reason that modern lifestyle has corroded all our faculties including mental poise. Most of the time all the media in electronic form, print media etc.is  extolling the careless lifestyle Movies, pictures, prints, gadgets all have spread the canard that loss of semen in the form of nightfall doesn't impact the overall health. 
    To get over the affliction the foremost duty is to adopt a hygienic lifestyle consuming fruits and vegetables raw and cooked with some cereals and nuts, seeds All foodstuffs to be of Sattvic nature and not creating irritation. 
The main culprit of this affliction is mainly animal products  which should with immediate be dispensed with, spices  condiments are next in line  and constipation also doesn't lag  behind. Ensure freedom from constipation 
    Take cold water bath twice,  engage your self in some constructive and positive work, don't let your mind go wayward 
Put on cotton clothes, during night take off undergarments Sleep on a hard bed 
   Minimize viewing contents on TVs, movies which may cause the affliction 
Totality avoid all stimulants 
    Possibility fast once in a week or so 



08:40 PM | 28-11-2019

नमस्ते,

सोते समय लिंग से वीर्य मुक्त होने की क्रिया को स्वप्नदोष कहते हैं। इसमें लिंग से वीर्य मुक्त होता है। सामान्य रूप से यह सेक्स के सपने देखने के कारण होता है। हालांकि जागने के बाद कई बार वे सपने याद नहीं रहते हैं। स्वप्नदोष के दौरान आप अपने लिंग का स्पर्श तक नहीं करते जिस कारण उत्तेजना का अनुभव हो और यह हस्तमैथुन (Masturbation) से बहुत भिन्न है। यह सारी करामात आपके मस्तिष्क की होती है और क्योंकि आप सपने में होते हैं इसलिए इस दौरान यह पहचानना थोड़ा कठिन होता है कि आप सेक्स की वास्तविक स्थिति में हैं या काल्पनिक।

  •  रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं।
  • प्रतिदिन प्रात गुनगुने पानी में नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे आंत की दीवारें फैलती है दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं।
  • अनार में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं और इससे रक्त परिसंचरण को बढ़ावा मिलता है। स्वस्थ रक्त परिसंचरण बढ़ने से ये उत्तेजना को सक्रीय करता है,रोज़ अनार का जूस पीयें या फल को खाने की कोशिश करें। इस तरह अनार को एक या दो महीने तक खाएं और इस तरह आपको स्वप्नदोष की समस्या से निजात मिल जाएगा।
  • एक ग्लास आंवला के जूस को भी पी सकते हैं। साथ ही आंवला के जूस में हल्दी और शहद भी मिला सकते हैं।इसके अलावा, रात को सोने से पहले आंवला के पाउडर को एक ग्लास पानी में मिला लें,फिर इस मिश्रण को पीयें,आंवला का इस्तेमाल रोज़ करेंगे तो इससे आपकी स्वप्नदोष की समस्या रातो-रात खत्म हो जाएगी।
  • प्रतिदिन प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है सभी अंग सुचारू रूप से कार्य करते हैं ।
  • सप्ताह में कम से कम 1 दिन उपवास रहें, इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं समस्त अंगों की कार्यक्षमता बढ़ जाती है।
  • प्रतिदिन सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्नता  पूर्वक ओस पड़ी हुई घास पर नंगे पांव टहलें, इससे मन शांत एवं तनाव मुक्त होता है।
  • प्रतिदिन कपालभाति अनुलोम-विलोम भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करें इससे शरीर को प्रर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती हैं और मन शांत एवं तनाव मुक्त हो जाता है ।

निषेध अश्लील फिल्में देखना , पत्रिकाएं पढ़ना एवं अश्लील बातें करना या सोचना, अधिक मिर्च मसाला, तले भूनें चीजों का सेवन, मांस ,अंडे का सेवन, क्रोध,  चिंता ,तनाव ,रात्रि जागरण ,सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का इस्तेमाल।



05:36 PM | 20-11-2019

हेलो,

कारण - कोई लड़का किशोरावस्था तक पहुंचता है तो शरीर में कई बदलाव होते हैं। मुख्य परिवर्तन में से एक लिंग अंगों और शरीर में हार्मोन में वृद्धि का विकास है। शरीर में हार्मोन में बदलाव के परिणामस्वरूप एक जवान लड़का हस्तमैथुन करना शुरू कर देता है और सेक्स का सपना देखता है। सपने और हस्तमैथुन के कारण वह अनैच्छिक स्खलन से पीड़ित हो सकता है। इस स्थिति को नाइटफॉल कहा जाता है। देर रात तक जागते रहने से सेक्स से सम्बंधित वीडीयो देखने से ऐसा होता है। रात का भोजन ठीक से हजम ना हो तो भी ऐसा हो सकता है।

समाधान -  शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाए। दौड़ लगाएँ।सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन

पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।अनुलोम विलोम और भ्रामरी प्राणायाम कारें।

रात 10 से 4 की नींद लें।

रात का खाना 8 बजे पहले लें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

जीवन शैली - आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लें। एक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।ओ

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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