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Q&A
10:06 AM | 22-11-2019

I have a fatty lever and I am facing problem related to digestion. My stomach gets full quickly and there is pain in my stomach. I am facing acidity problem also since 2-3 months. I have also tried home remedy but I am still facing same problem. My stomach is full all the time whether I eat or not. Kindly advice what to do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

08:39 AM | 23-11-2019

हेलो,

कारण- फैटी लिवर एक reversible condition है जो अपने जीने के ढंग और तौर-तरीकों को बदल कर सही की जा सकती है.

fatty liver disease (hepatic steatosis) हो सकती है. अधिक मात्रा में फैट या वसा का होना लिवर की normal functioning को प्रभावित कर देता है और तब यह आपकी खायी-पी हुई चीजों को ठीक से प्रोसेस नहीं कर पाता है. इसी को फैटी लिवर डिजीज कहते हैं.

जो भी भोजन करते हैं उससे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फैट, विटामिन और मिनरल्स जैसे पोषक तत्वों को प्रोसेस करने का काम लिवर ही करता है. अगर लिवर ठीक से काम ना करे तो शरीर का मेटाबोलिक बैलेंस भी गड़बड़ हो जाता है.

जब बॉडी बहुत अधिक फैट बनाती है या बने हुए फैट को तेजी से मेटाबोलाइज नहीं कर पाती है. ऐसा होने पर जो excess fat होता है वह liver cells में इकठ्ठा हो जाता है और इस तरह से व्यक्ति को फैटी लिवर की बीमारी हो जाती है। इसके कारण खुराक में और शरीर में अम्ल की अधिकता हो गयी है।

आपका पाचन तंत्र ठीक प्रकार से काम नहीं कर रहा है   जो हाज़मा से जुड़े समस्याओं का कारण हो सकता है।

समाधान - खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

जीवन शैली - आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

पृथ्वी - सुबह खीरे का जूस लें, खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashguard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर I100ml पानी में मिला कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। बेल पत्ता 8 से 10 पीस कर 100 ml पानी में मिला कर लें। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

7. हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

10:30 PM | 22-11-2019

Thank you Mam

But I am facing digestion related problem since 5-6 months Now I am facing more gastric problem and my stomach is always full and there is pain in my stomach sometimes. My liver function test is negative and liver is functioning properly. Please advise the cause and cure

Reply
Anchal Kapur

04:07 PM | 25-11-2019

Hi Suchi. You can avail a personal consultation in Wellcure's Nature-Nurtures Program mentioned by Wellcure here.


10:27 PM | 22-11-2019

Thank you Mam

But my liver function test is negative and liver is functioning properly. I AM

Reply


05:34 PM | 22-11-2019

नमस्ते,

अनियमित दिनचर्या खानपान की गड़बड़ी की वजह से लीवर एवं एसीडिटी  से संबंधित समस्याएं हो जाती हैं ,

एक्ट्रा कैलोरी- खाने में एक्ट्रा कैलोरी वाले आहार का अधिक उपयोग लिवर में वसा का निर्माण करता है। लिवर में वसा की यही अधिकता फैटी लिवर की समस्या को जन्म देती है।

लिवर की कार्यक्षमता कम होना-  जब किसी कारण से लिवर की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है, तो वह वसा को तोड़ने की प्रक्रिया को अंजाम नहीं दे पाता। फलस्वरूप लिवर में अतरिक्त वसा का जमाव होने लगता है, इस कारण फैटी लिवर की समस्या पैदा हो जाती है।

विशेष बीमारियां- मोटापा, डायबिटीज और हाई-ट्राइग्लिसराइड्स (खून में पाया जाने वाला एक प्रकार का फैट) जैसी समस्याएं लिवर संबधी जोखिमों को बढ़ाने का कारण बनती हैं। नजीतन इन स्थितियों में फैटी लिवर होने की संभावना अत्यधिक प्रबल हो जाती है।

शराब का सेवन- शराब का अधिक सेवन करने से भी फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। समय रहते इस पर कंट्रोल न किया जाए, तो लिवर की पूरी तरह से खराब होने की आशंका प्रबल हो जाती हैं।

तेजी से वजन घटाना- कई लोग तेजी से वजन घटाने के चक्कर में फैटी लिवर की समस्या को न्योता दे जाते हैं। कारण यह है कि लिवर पाचन प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभाता है। जरूरी आहार न मिल पाने की स्थिति में लिवर की प्रक्रिया प्रभावित होती है, फलस्वरूप लिया जाने वाला आहार सीधे वसा के रूप में लिवर में जमा होने लगता है।

फैटी लिवर की समस्या पाचन प्रक्रिया में अवरोध पैदा करने का काम करती है,इस वजह से रोगी में पेट संबंधी कई परेशानियां - एसिडिटी इत्यादि देखी जा सकती हैं।

आपको निम्नलिखित चीजों का पालन करना चाहिए-

  • नींद- रात्रि में 7 से 8 घंटे के लिए नींद अवश्य लें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकल जाते हैं ,कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
  • प्रतिदिन नारियल पानी, अनार , आंवला या पपीता का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना सकता है।
  • प्रतिदिन भोजन में 50% मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार कच्ची सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज एवं 5% सूखे मेवे का प्रयोग करें इससे शरीर में हल्के एवं सुपाच्य होते हैं साथ ही साथ शरीर को पर्याप्त मात्रा में पोषण प्राप्त होता है ।
  • प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें, इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में जल की आपूर्ति होती है अशुद्धियां बाहर निकलती हैं और सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करती हैं।
  • प्रारंभ में 2 से 3 दिन तक नींबू पानी या अन्य किसी  फल पर उपवास रहें, इससे शरीर के समस्त अंगों को आराम मिलता है ,उनकी कार्य क्षमता बढ़ जाती है, एसिडिटी एवं फैटी लीवर में भी सहायक है।
  • एक गिलास गुनगुना पानी लें,उसमें नींबू का रस मिलाएं,नींबू मिले इस पानी को दिन में 1 से 2 बार पीजिए, नींबू का इस्तेमाल सलाद के साथ भी कर सकते हैं,नींबू में सिट्रिक एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो एक कारगर एंटीऑक्सीडेंट है। शोधकर्ताओं के मुताबिक नींबू में पाया जाने वाला यह गुण फैटी लिवर के दौरान होने वाली ऑक्सीडेशन प्रक्रिया को रोकने का काम करता है। इसलिए ऐसा कहा जा सकता है कि फैटी लीवर का इलाज करने के लिए सही है।
  • हल्दी में एंटी इन्फ्लामेट्री, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीफंगल, एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। हल्दी में पाए जाने वाले यही गुण लिवर संबंधित बीमारियों की रोकथाम करने में मदद करते हैं, साथ ही यह गुण ऑक्सीडेटिव तनाव, लिपिड को संतुलित करने और इंसुलिन की प्रक्रिया में सुधार करने में भी लाभदायक साबित होते है, इसलिए हल्दी  लिवर संबंधी सभी विकारों को दूर करने में सहायक है।
  • खुलकर हंसे सकारात्मक सोचें, इससे मन शांत एवं तनाव मुक्त होता है।

 निषेध- जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ ,चाय, चीनी ,काफी ,मिठाइयां ,नमक, नमकीन, ठंडे पेय पदार्थ ,डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ, क्रोध, ईर्ष्या, चिंता, तनाव ,रात्रि जागरण सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलिविजन एवं कंप्यूटर का प्रयोग।

10:01 PM | 22-11-2019

Thank you Sir. But my liver function test was negative. My liver is working properly. But why I am facing digestion problem. My stomach is always full if I eat or not. I am facing gastric problem also. Since 3-5 months I am facing thus problem. Can you please advise

Reply


11:19 AM | 22-11-2019

Hi! Suggest you visit our Health Journeys section and read real-life natural healing stories of people who cured digestive issues and fatty liver just by following Natural Laws.


Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step.



11:15 AM | 22-11-2019

Hi,

It is extremely important to listen to your body. Your body has the power to heal itself naturally. If you are not hungry it is better to stay away from food and eat only when hunger develops. Fasting will help you support your body and do its cleansing function. We are constantly feeding ourselves and the body does not get enough time to rest, heal and repair. Old undigested food which is not completed evacuated sits up in the intestines and rots. This builds up and causes the release of gas, bloating, acidity etc.

The liver is responsible for the removal of toxic waste from the body, so the body can work efficiently. Wrong eating habits like excessive intake of alcohol, fried foods, excess processed foods, etc, lead to excess fat, which the body is unable to get rid of. This leads to excess fat deposits in the liver which leads to a fatty liver.

Short term measures

Tie a wet cloth or towel around your abdomen for atleast 30 minutes everyday. apart from this under the guidance of a nature cure practitioner, you could also take water enema, but this should not be replaced with your normal urge to pass bowels.

  • Include plenty of raw fruits and vegetables in your regime. They have plenty of fibre, phytonutrients, antioxidants, vitamins & minerals required for various body functions.
  • Consume only fruits till afternoon. The body is in elimination mode, so it is better to support it, and fruits are the best way to do this.
  • Avoid all fried and oily foods. Cook without oil.
  • Do not use animal products, including dairy. If consuming alcohol, please stop immediately.
  • Do not use any packed, processed, sugary foods. All these create an overload on the liver to get rid of the toxins created by these foods.
  • Make sure you are clearing your bowels everyday.

The above-mentioned foods which are recommended to avoid create free radicals and are an overload to the system. Instead eat mostly raw and minimum cooked, easily digestible foods.

Lifestyle change

  • Physical activity for atleast 30 mins, everyday.
  • Manage stress and sleep. Body repairs and heals itself during this phase.
  • Chew your food slowly and mindfully. Your digestion process begins in the mouth.
  • Avoid the use of unnecessary over the counter medications.

Apart from this, you could read below the journey of Mr. Manoj as to how he healed himself naturally.

Nature helped me get rid of psoriasis thyroid fatty liver

Wishing you Good Health Always!

Thank you


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