Loading...

Q&A
04:57 PM | 15-04-2020

Hi! I am suffering from toothache. Can you help me with treatment please.


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

Read more
Post as Anonymous User
3 Answers

05:09 PM | 16-04-2020

Hello Vinod,

Toothache is generally caused due to pathologies like a cavity, decay, or an abscess in the gums, making the roots of the tooth pain. This causes inflammation in the body. The best way to deal with toothache, if you are having it recurrently, is changing the diet. Eating more fruits and vegetables will be helpful for you.

Taking a step towards holistic health will help in treating infection and prevent any type of relapses.

Eat:

For maintaining tooth health the minerals should be your prime health, the main minerals which you have to focus on is,

  • Calcium: Calcium is the prime thing that you need to keep in mind when dealing with tooth decay as our teeth are majorly made of calcium. Food sources could be cashews, spinach, fenugreek leaves, tofu, walnuts.
  • Phosphorus; Whenever we bite any crunchy fruit, for example, apple, carrots, cucumbers, radish, the particular food items release phosphorus. This helps in maintaining both our teeth and gum health.
  • Magnesium: It also helps in micrograms for our teeth to remain healthy the prime sources being, pumpkin seeds and almonds.

Immediate home remedies to help you deal with a toothache:

  • Take a clove and press it under your affected tooth. It helps in fighting inflammation faster.
  • Gargle with salt water thrice a day. It helps in keeping oral hygiene.

Exercise:

  • Taking a brisk walk in the early morning sun rays helps in treating all the problems, as the sun helps in treating the mood and freshens us for the whole day, it stimulates our system and strengthens our immunity. Early morning walk is recommended.
  • Suryanamaskar will help in treating the health issues and will help in dealing with all problems, 12 sets a day is recommendable. If you are a beginner start with 6 and increase it.
  • Sukhasana, Balasana, Shavasana are very much helpful, practice each pose 5-10 seconds after the session of Suryanamaskar. Do under the expert guidance.

Meditation:

Stop using the gadget on hour before sleep, you can use a fragrant diffuser where you can use essential oils and then with the smell itself you will start feeling calm.

Rosemary and lavender oil will be helpful. You can inhale it by putting two-three drops on a handkerchief. Take 10 long deep breaths, and allow your body to relax, any thought which comes, let it go do not resist. Say the affirmation, "I am healthy and happy" with each breath. This will help in curbing all your issues even in the long run.

Sleep:

The sleep is a very important part of treating any mental symptom, a sleep cycle of 90 minutes should be completed in order to get a sound body. This sleep cycle should be repeated 5 times. This makes 7-8 hours of healthy sleep. This will make your body and mind strong and refreshing. Make sure your room is gadget-free an hour before sleep.

Hopefully, these suggestions will help.

Thank you.



05:12 PM | 16-04-2020

हेलो,
कारण - दांतों में सड़न और गंदगी इकट्ठा होने के कारण होता है, क्योंकि सड़न अम्ल पैदा करने वाले बैक्टिरिया में बदल जाती है। ये अम्ल शर्करा (Sugar) को तोड़कर दांतों की परत पर हमला करते हैं। दांतों की परत पर सड़न फैलने के बाद यह दांतों की जड़ की तरफ बढ़ती है। दांतों की जड़ें प्रभावित होने से दांतों में दर्द होने लगता है। शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द का मुख्य कारक होता है शरीर में बढ़ा हुआ अम्ल शरीर का हाजमा खराब होने पर हमारे शरीर में अम्ल की अधिकता हो जाती है शरीर में अम्ल की अधिकता होने पर रक्त संचार में कमी आती है और यह दर्द का कारक बनता है।विषाणु को पनपने के लिए शरीर में अम्लीयता होना जरूरी होता है।  लंबे समय तक खराब हाजमा और कब्ज के कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है। प्राकृतिक चिकित्सक के देखरेख में प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर आप पूर्ण रूप से स्वास्थ्य पा सकते हैं।

समाधान- 1. जितना हो सके कच्चे हरे पत्तों का जूस छानकर पिए। जैसे पालक, दूब घास, बेलपत्र, धनिया पत्ता, तुलसी का पत्ता इन्हें अलग-अलग टाइम पर पीसकर 200ml पानी मिलाकर छानकर पीएं खाली पेट इन पत्तों का जूस बहुत ही ज्यादा लाभदायक होता है। यह रक्त को शुद्ध करेगा। आंतों के संक्रमण को दूर करेगा।

 2. 20 मिनट सूर्य की रोशनी में अपने शरीर को रखें सिर और आंख को किसी सूती कपड़े से ढक करके 5 मिनट बैक, 5 मिनट फ्रंट, 5 मिनट लेफ्ट, 5 मिनट राइट साइड धूप लगाए। धूप लेट कर लगाने से ज्यादा फायदा करता है। ऐसा करने से शरीर में पल रहे विषाणु मूर्छित हो जाएंगे।

 3. पेट के ऊपर एक गिला कपड़ा लपेट कर रखें 20 मिनट तक उसको लपेटे रखें इससे आंत को ठंडक पहुंचेगी और विषाक्त कणों को निष्कासन में मदद मिलेगा।  किसी भी टूथ पेस्ट से दातों को साफ ना करें आम के पत्ते या अमरूद के पत्तों को चबा कर उसको अपने उंगली के मदद से चारों ओर साफ कर के साफ पानी से गार्गेल करें।

4. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा।

जीवन शैली - 1. आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise) में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग, धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ashgourd ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल (yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgourd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ।  लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस (solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



12:52 PM | 16-04-2020

Dear Vinod,

We empathise with your pain and would be glad to help you get relief from the same. We would like to draw your attention to Nature Cure perspective on pain.

Nature Cure believes in the intelligence of the body and lays emphasis on understanding the root cause of symptoms/discomfort. Through pain our body tries to tell us that something within is not right and needs support for taking corrective action. If we support the body by aligning our lifestyle to natural laws the body has the body automatically works towards getting in balance and hence pain-free.

Adopting a natural lifestyle will help you get relief from your toothache as well as reclaim your overall health. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. We will guide you on diet, sleep, exercise, stress etc. to correct your existing routine & make it in line with Natural Laws.   

To begin with, you may read this blog - Reverse Cavities Naturally and Bid Goodbye to Dental Woes. Hope you will find it useful!

All the best!

Team Wellcure


Scan QR code to download Wellcure App
Wellcure
'Come-In-Unity' Plan