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Q&A
11:58 AM | 06-05-2020

I am 20 years old. I have arthritis below waist from last 3 months. I can't even walk without help of others. I tried all medications but no effect what should I do?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

12:24 PM | 07-05-2020

Hello Rushikesh, 

As your case comes in the critical state with the description, our advice would be to start with a naturopath and get an individual consultation. This will help as we will be guiding you to take all the measures according to your present condition.

We will help you with a complete diet and regime according to your convenience.

Thank you.



12:23 PM | 07-05-2020

हेलो,
कारण - आर्थराइटिस या गठिया जिसे संधिशोथ भी कहा जाता है एक प्रकार की जोड़ों की सूजन होती है। यह एक या एक से अधिक जोड़ो को प्रभावित कर सकती है। 
शरीर में खराब प्रोटीनों के बनने, शरीर के भीतर के पर्यावरण में बदलाव से हो सकता है।

शरीर के किसी भी हिस्से में दर्द का मुख्य कारक होता है शरीर में बढ़ा हुआ अम्ल शरीर का हाजमा खराब होने पर हमारे शरीर में अम्ल की अधिकता हो जाती है शरीर में अम्ल की अधिकता होने पर रक्त संचार में कमी आती है और यह दर्द का कारक बनता है। रितिक चिकित्सा पद्धति को अपनाकर पूर्ण स्वास्थ्य पाया जा सकता है।

समाधान- 1. लंबा गहरा सांस अंदर ले रुके थोड़ी देर 10 गिनने तक फिर सांस को खाली करें खाली करने के बाद 10 गिनने तक रुके फिर लंबा गहरा सांस अंदर खींचें यह प्रक्रिया एक चक्र हुआ ऐसा 10 चक्र करें एक बार में और ऐसा दिन में तीन से चार बार करें बस इस बात का ध्यान रखें कि जब आप यह प्रक्रिया कर रहे हो तो आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए।

2. गहरे हरे रंग के पत्तों का जूस खाली पेट ले उसके 2 घंटे बाद फल का सेवन करें और उसके तीन से 3:30 घंटे बाद फिर से गाजर या चुकंदर का जूस लें ऐसा करने से शरीर पूरी तरीके से साफ हो सकेगा।

3. सूर्य की रोशनी जहां है वहां अंधेरा नहीं है उसी तरीके से जहां स्वास्थ्य है वहां रोग नहीं रह सकता सूर्य की रोशनी का हमारे आंतरिक शरीर पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ता है।

सूर्य की रोशनी में 5 मिनट सीधा 5 मिनट उल्टा 5 मिनट या 5 मिनट बाया लेटे सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक कर यह 20 से 25 मिनट सूर्य की रोशनी लेने से शरीर अंदर से रोग मुक्त होगा।

4. मेरुदंड स्नान के लिए अगर टब ना हो तो एक मोटा तौलिया गीला कर लें बिना निचोरे उसको बिछा लें और अपने मेरुदंड को उस स्थान पर रखें।

मेरुदंड (स्पाइन) सीधा करके बैठें। हमेशा इस बात ध्यान रखें और हफ़्ते में 3 दिन मेरुदंड का स्नान करें। 

अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल से कमर के निचले हिस्से पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin) 50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

 रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



12:21 PM | 07-05-2020

Hi Rushikesh,

I can understand your pain. It is a sign of inflammation in the body due to many causes. I had fibromyalgia too but today I live a full life with no pain.

Do not worry, your condition can be healed.

Please go through our Journeys section and look for healing stories of arthritis.

I would suggest that you get in touch with a natural health coach who can guide you through the healing journey.

Please contact Wellcure through info@wellcure.com and you will have a coach who can give you advice on how to heal.

https://www.wellcure.com/body-wisdom/339/nature-nurtures-program-wellcure-your-natural-health-coach



12:19 PM | 07-05-2020

Dear Rushikesh

I would like you to read a few experiences about natural healing -

Please read each of the above in great detail. Take your time.

My point is simple - They had serious health issues, but by following a natural lifestyle diligently, they could turn their health around. If this inspires you and you are in to make a serious commitment to your health, please explore the Nature Nurtures Program - https://www.wellcure.com/body-wisdom/339/nature-nurtures-program-wellcure-your-natural-health-coach.

Regds
Anchal


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