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Q&A
10:45 AM | 25-08-2020

Help me reduce postpartum tummy and belly!

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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2 Answers

08:53 PM | 25-08-2020

Hello User

Weight loss becomes difficult when we do not follow the right method, in some cases, there are also underlying diseases like thyroid but in case you are not having any symptoms and it is just postpartum, then the first thing in losing weight is following discipline. Discipline will help you lose weight in a healthy manner.

Protein is the first thing which will help in increasing or decreasing weight and the first thing we need to concentrate on. Getting a toned body with losing weight should be helpful. It should be about everything, food, meditation, sleep, and exercise which amalgamate for good health.

Here are some tips for your weight loss and detox diet.

Eat:

The first thing in the morning is to start your day with something light in nature. Easy to digest is what your breakfast should be because they are the kind of nutrients that get absorbed easily.

  • Even the early morning ritual should include consumption of two-three glasses of warm water with one teaspoon of methi seeds, which will help in flushing out all the toxins and this will accelerate weight loss.
  • Have a bowl of sprouts with a glass of bottle guard juice and an inch of ginger. Bottle guard juice has essential in tightening belly. 
  • After two hours, one fruit, especially seasonal fruit like oranges, papaya, guava.
  • Lunch should have one buckwheat flour roti with any oil-free vegetable.
  • Snack in the evening should have almonds and walnuts, apricots.
  • Dinner should be done by 7 with soup, a bowl full of raw vegetable salad.

This will help a lot, continue for a month to see results.

​​Exercise:

  • Pranayam helps in detoxifying the body. Practicing it early morning in an area that has good sunlight will help in improving blood circulation.
  • Suryanamaskar, daily 12 sets will help in increasing the blood circulation of your body.
  • Pull-ups, pushups are all helping in order to increase muscle mass and loss weight. Exercises like swimming, jogging, and running helps a lot.
  • Crunches are really great for tightening belly fat.

Meditation:

In any kind of disease, stress comes complementary to it. But with our assurance and positive attitude, we can treat anything. The best thing to start with is breathing mindfully before sleeping with the help of music to stay positive. In a room take a bowl of water and add two-three drops of orange or lavender essential oil. This will help in soothing you and the aroma will relax you and keep you away from any kind of disease.

Use a 15-minute relaxation technique before sleep by hearing a piece of soothing music and deep breathing will help in relaxing your mind.

A positive attitude will help you to deal with everything in life.

Sleep:

Sleeping for at least 7-8 hours is really helpful in dealing with any problem. Sleep is our body's natural response and helps the body to heal. Sleep relaxes the muscles and strengthens our body. During sleep, our body goes into a repair mechanism where it heals itself.

Hopefully, these suggestions will help you.

Thank you.



10:17 AM | 26-08-2020

हेलो,

कारण - बच्चे केे जन्म के बाद पेट की चर्बी को कम करने हेतु हाजमा को ठीक करना आवश्यक है साथ ही कुछ एक्सरसाइज बहुत फायदा करेगा।शरीर के हिस्से में कही भी अतिरिक्तत वसा जमा होना खराब हाजमा का परिचायक है। पाचन तंत्र को स्वस्थ करने हेतु प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाएं। प्रतिदििन 10 चक्र सूर्य नमस्कार करें। दौड़ लगाना प्रतिदििन जीवनशैली होनाा चाहिए।शरीर को विषाणु मुक्त  बनाने के लिए पांच तत्वों का समन्वय अपने जीवन शैली में करें इससे ना सिर्फ शरीर के टॉक्सिंस बाहर आएंगे अपितु शरीर को नए सृजन का, नई संभावनाओं को एक मौका मिल जाएगा। पांच तत्वों का शरीर में किस प्रकार से समावेश किया जाए यह प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति अच्छे तरीके से सिख लाता है।

समाधान -

1. बार-बार कुछ भी खाने सेे बचें। एक खाने से दूसरे खाने के बीच में गैप आकाश तत्व का रिप्रेजेंटेटिव होता है। इसी प्रकार से
सकारात्मक सोच और सकारात्म ऊर्जा आकाश तत्व का रिप्रेजेंटेटिव होता है।

2. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा। दौड़ लगाएं सूर्य नमस्कार करें और पवनमुक्तासन पार्ट वन करें प्रतिदिन इससे आप का पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा शरीर में ऑक्सीजन का संचाार रक्त का संचार ठीक प्रकार सेे हो सकेगा।

3. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं।दुख हमेशा लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 

4. अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5. सुबह खाली पेट खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)


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