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Q&A
11:43 AM | 24-11-2020

How do I reduce my belly fat?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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3 Answers

02:54 PM | 26-11-2020

Hello A. Navitha,

Belly fat or accumulation of excess fat in part of the body is the result of a sedentary lifestyle and wrong food intake like eating deep-fried foods, having a high fatty diet, etc.
So, to get rid of the belly fat, this extra fat has to be removed. For this, the following tips will be helpful.

Diet to be taken

  • Start the day with a glass of warm water with a few drops of lemon juice in it. This will help to improve the metabolism and also to flush the toxins out of the body. 
  • Soak cumin seeds overnight. Boil the water in the morning, add a slice of ginger and honey to it and then strain it and drink. This drink will be helpful to remove the extra fat.
  • Always have natural plant-based raw foods.
  • Include salads, sprouts, nuts, beans to your diet.
  • Have fresh green leafy vegetables. 
  • Have whole grains like barley, millets, oats, etc instead of refined grains. 
  • Have freshly prepared homemade fruit juices.
  • Have a good amount of water throughout your day to be hydrated. 

Foods to avoid 

  • Avoid spices and spicy foods. 
  • Avoid sugar, maida, wheat, white bread.
  • Avoid all the packaged food items, deep-fried foods, processed foods. 
  • Avoid tea and coffee. 
  • Avoid dairy food items. 

 Exercise 

  • Exercise is equally important as diet. 
  • Start your morning with a walk or jogging of 30min.
  • Do plank for 5minutes.
  • Perform yoga like suryanamaskar, kapalbhati, pashchimottan asana.
  • Do pranayam regularly, specially bhastrika and kapalbhati pranayam. 

Sleep

Sometimes lack of sleep may also result in weight gain. So, take proper sleep of at least 7-8hours daily. Sleep early at night at around 10pm and also wake up early in the morning at around 6am. 

Thank you 



10:03 AM | 25-11-2020

हेलो,
कारण - शरीर के हिस्से में कही भी अतिरिक्तत वसा जमा होना खराब हाजमा का परिचायक है। पेट की चर्बी को कम करने के लिए पाचन तंत्र को स्वस्थ करें। पाचन तंत्र को स्वस्थ करने हेतु प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति को अपनाएं। प्रतिदििन 10 चक्र सूर्य नमस्कार करें। दौड़ लगाना प्रतिदििन जीवनशैली होनाा चाहिए।शरीर को विषाणु मुक्त बनाने के लिए पांच तत्वों का समन्वय अपने जीवन शैली में करें इससे ना सिर्फ शरीर के टॉक्सिंस बाहर आएंगे। शरीर को अपितु नए सृजन का, नई संभावनाओं का एक मौका मिल जाएगा। पांच तत्वों का शरीर में किस प्रकार से समावेश किया जाए यह प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति अच्छे तरीके से सिख लाता है।

समाधान - 1. बार-बार कुछ भी खाने सेे बचें। एक खाने से दूसरे खाने के बीच में गैप आकाश तत्व का रिप्रेजेंटेटिव होता है। इसी प्रकार से
सकारात्मक सोच और सकारात्म ऊर्जा आकाश तत्व का रिप्रेजेंटेटिव होता है।
2. हर 3 घंटे में लंबा गहरा श्वास अंदर लें उसको थोड़ी देर रोकें और फिर सांस को खाली करें। खाली करने के बाद फिर से रुके और फिर लंबा गहरा सांस ले। यह एक चक्र है ऐसा दिन में 10 चक्र करें केवल एक शर्त का पालन करें जब आप लंबा गहरा सांस ले रहे हैं तो अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें ऐसा करने से आपके शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का बढ़ेगी और ऑक्सीजन का संचार सुचारू रूप से हो पाएगा। दौड़ लगाएं सूर्य नमस्कार करें और पवनमुक्तासन पार्ट वन करें प्रतिदिन इससे आप का पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा शरीर में ऑक्सीजन का संचाार रक्त का संचार ठीक प्रकार सेे हो सकेगा।
3. सूर्य की रोशनी में 20 मिनट का स्नान सूर्य की रोशनी से करें 5 मिनट सामने 5 मिनट पीछे 5 मिनट दाएं 5 मिनट बाएं भाग में धूप लगाएं।दुख हमेशा लेट कर लेना चाहिए धूप की रोशनी लेते वक्त सर और आपको किसी सूती कपड़े से ढक ले। सूर्य नारी मंद होने पर  इन्फेक्शन अधिक होता है अतः आप जब भी सोए अपना दायां भाग ऊपर करके सोए। 
4. अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है।

तिल के तेल रीढ़ की हड्डी पर घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5. सुबह खाली पेट खीरा 1/2 भाग धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100 ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। 

फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ash guard) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। 

लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6. एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

7. उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200 ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)



12:17 PM | 27-11-2020

Dear Navitha,

Thanks for sharing your query with us! We would like to share with you the Nature Cure perspective on losing excess bodyweight. 

Please know that as per Nature Cure, toxic overload is the root cause of all diseases. Toxins are a byproduct of metabolism and also get added due to wrong lifestyle choices. Nature has equipped us with the measures of eliminating the toxins on a regular basis - through breathing, stool, urine, sweat, mucus depositions in the nose, eyes, and genitals, etc. However, when there is insufficient or faulty elimination, there is a toxic overload in the body. As per Nature Cure, one can reverse this state of imbalance by getting back in sync with the natural laws of living. Adopting a natural lifestyle will help you in reclaiming your health by cleansing your body from within and weight loss comes as a pleasant side-effect of this process.

If you need help in doing so you could register yourself for Wellcure's Weight Loss program and get a personal consultation from our Natural Health Care coach. This is a  month-long program designed to help you lose weight holistically.

In the meantime, you may want to read the Health Journeys of people made lifestyle changes and lost weight naturally.

All the best!

Team Wellcure


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