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Q&A
10:25 AM | 09-10-2019

Mera beta 8 yrs ka hi,usko jab bhi jukham hota hai,nose block ho jati hai,aur bhut bulgum jam jata hai,jisese usko saas lene me bhut dikkat hoti hai. Pls koi ghrelu nuskha btae?


The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

07:27 AM | 14-10-2019

हेलो,

 

कारण - पाचन क्रिया का स्वस्थ ना होने से आँत में प्रदाह (inflammation) होता और वह फेफड़ों में संक्रमण पैदा करता है। शरीर में मौजूद मिनरल दूषित होकर कफ में परिवर्तित होते जाते हैं और ऑक्सिजन की मात्रा में आती है।

समाधान - अनुलोम विलोम, आंतरिक कुंभक और बाह्य कुंभक करें यानी लंबा गहरा स्वाँस अंदर भरें और रुकें फिर पूरे तरीक़े से स्वाँस को ख़ाली करें रुकें फिर स्वाँस अंदर भरें ये एक चक्र हुआ। ऐसे 10 चक्र एक टाइम पर करना है। ये दिन में चार बार करें।सर्वांगआसन और सूर्य नमस्कार 5 बार करें। दुध या दुध से बना कोई चीज़ ना लें। नीम के पत्ते का और खीरा पेस्ट अपने पेट पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। सुबह ख़ाली पेट बेल पत्ते का जूस पिलायें। उसके एक घंटे बाद एक पान के पत्ते को 10g किसमिस में मिला कर चबा कर खाने को दें। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। अगले सुबह ख़ाली पेट इनमे से कोई भी हरा जूस लें।पेठे (ashguard ) का जूस लें और  नारियल पानी भी ले सकते हैं। बेल का पत्ता 8 से 10 पीस कर 100ml पानी में मिला कर छान कर पीएँ। खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ।

ये जूस सुबह नाश्ते से एक घंटे पहले लें। नाश्ते में फल लें। दोपहर के खाने से एक घंटा पहले हरा जूस लें।शाम को डिनर से एक घंटे पहले चुकंदर 1/2 + 1/2पान को पीस कर 150ml पानी डाल कर पिलाएँ। दौड़ लगाएँ। 

सूर्य उदय के एक घंटे बाद या सूर्य अस्त के एक घंटे पहले का धूप शरीर को ज़रूर लगाएँ। सर और आँख को किसी सूती कपड़े से ढक कर। जब भी लेंटे अपना दायाँ भाग ऊपर करके लेटें ताकि आपकी सूर्य नाड़ी सक्रिय रहे।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें और खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा करना है।

 

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें। कपुर मिला कर नारियल तेल से नाक, गले और छाती की घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

 



07:27 AM | 14-10-2019

आप स्टीम दे सकते है और सोते समय carval कैप्सूल तकिए पर डाले। उसके अलावा दिन में 3-4 बार काढ़ा दे, उस स बहुत help मिलेगी। 



07:27 AM | 14-10-2019

नमस्ते,

 जुकाम, जीवन शक्ति के उस प्रयत्न का परिणाम है, जो वह आहार बिहार की बुरी आदतों, व्यायाम और शुद्ध वायु के अभाव तथा रहन-सहन के अन्य स्वास्थ्यकर कारकों के कारण शरीर में रहने वाले मल को बाहर निकाल फेंकने के लिए करती है।

 

  •  नींद -रात्रि में 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं ।

 

प्रतिदिन प्रातः गुनगुने पानी नींबू एवं शहद का सेवन करें इससे आंतों से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, नाक खुलकर बहने लगती है, सर्दी का जोर कम हो जाता है ।

 

  • प्रतिदिन सूर्योदय के पश्चात 45 मिनट धूप में रहें इससे शरीर को आवश्यक विटामिन डी की प्राप्ति होती है ,शरीर की अंतः स्रावी ग्रंथियां अपना कार्य सुचारू रूप से करती हैं, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है।

 

  • भोजन में 80% मौसमी फल व हरी पत्तेदार सब्जियों के जूस का सेवन करें, इससे भोजन का पाचन आसानी से होता है ,शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है ।

 

 

  • दिन में दो बार अदरक ,इलायची और काली मिर्च का काढ़ा पिएं।

 

 

  • एक गिलास गर्म पानी में एक चुटकी नमक डालकर गरारा करेंं।

 

 

 प्रसन्न रहें।

 

निषेध -जानवरों से प्राप्त भोज्य पदार्थ, दूध,मैदा, चीनी ,वसा युक्त भोज्य पदार्थ, डिब्बाबंद भोज्य पदार्थ,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता ,तनाव ,रात्रि जागरण ,सोने से पहले मोबाइल, टेलीविजन ,कंप्यूटर का प्रयोग, गंदे स्थानों पर रहना।

 



07:27 AM | 14-10-2019

Take 1 t spoon mulethi pawder 
Boiled it in 1 1 glass water 
Let it cool down and use it as medicine 
10 ml 4 times in day 
 


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