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Q&A
03:35 PM | 27-11-2019

I am having very regular north Indian diet and don't have any major health issue. But I am constantly gaining weight. My typical day have 4-5 km of walking. Suggest some tips please. I am 110 kg now. Can you help?

The answers posted here are for educational purposes only. They cannot be considered as replacement for a medical 'advice’ or ‘prescription’. ...The question asked by users depict their general situation, illness, or symptoms, but do not contain enough facts to depict their complete medical background. Accordingly, the answers provide general guidance only. They are not to be interpreted as diagnosis of health issues or specific treatment recommendations. Any specific changes by users, in medication, food & lifestyle, must be done through a real-life personal consultation with a licensed health practitioner. The views expressed by the users here are their personal views and Wellcure claims no responsibility for them.

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4 Answers

10:57 AM | 28-11-2019

Hello

Real-life experiences speak for themselves. Please read stories on losing weight naturally here. All these experiences are based on following a natural lifestyle, whole plant-based foods, high intake of raw foods. 

You may also, want to read this article - Weightloss or self love, what are we seeking?

Adopting a natural lifestyle will help you meet your health goals. You can explore our Nature-Nurtures Program that helps you in making the transition, step by step. 

 



10:51 AM | 28-11-2019

नमस्ते,
समय पर खाना न खाना , संतुलित भोजन का सेवन न करना , अधिक तैलीय और मसालेदार भोजन की तरफ रूचि रखना, फल और जूस का समय -समय पर सेवन न करना , नींद कम लेना , मानसिक तनाव और शारीरिक श्रम का अभाव मोटापा होने के मुख्य कारण बन सकते है 

आपको निम्नलिखित दिनचर्या का पालन करना चाहिए-

  • रात्रि में 7से 8 घंटे  की नींद अवश्य लें इससे शरीर से दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं, कोशिकाओं की टूट-फूट की मरम्मत होती है।
  • प्रतिदिन सूर्योदय के पश्चात 45 मिनट धूप में रहे इससे शरीर को आवश्यक विटामिन डी की आपूर्ति होती है ,शरीर की समस्त अंतः स्रावी ग्रंथियां सुचारू रूप से अपना कार्य करती है, रक्त संचार बढ़ता है शरीर ऊर्जावान बना रहता है।
  • सुबह -सुबह शौच आदि से निवृत होकर एक बड़े गिलास हल्के गरम पानी में 1 चम्मच शहद और 1 निम्बू का रस मिला ले, अब इसमें थोड़ी (1/4 चम्मच ) काली मिर्च का पाउडर मिलाकर सेवन करें | कम से कम 3 माह तक लगातार इसे प्रयोग करें और बेहतर परिणाम मिलने तक इस उपाय को करते रहे |
  • एक बड़े गिलास पानी को उबाल ले और उबालते समय इसमें एक चम्मच सौफ़ डाल दे |,आधा मिनट उबालने के बाद इस पानी को ठंडा होने पर सेवन करें | इस उपाय को 2 माह तक प्रतिदिन करें और परिणाम देखे, शीघ्र ही मोटापा नियंत्रित होने लगेगा |
  • सुबह -सुबह खाली पेट 1/2 गिलास करेले के रस में एक निम्बू का रस मिलाकर पीने से पेट की चर्बी कम होने लगती है इस उपाय का एक माह से अधिक प्रयोग किसी अच्छे वैद्य से सलाह लेकर ही करें |
  • प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक गिलास  गरम(गुनगुने ) पानी में एक निम्बू और काला नमक मिलाकर पीने से मोटापा कम होने लगता है |
  • रोज सुबह खाली पेट एक या दो टमाटर खाने से मोटापा धीरे -धीरे कम होने लगता है | इसके अतिरिक्त कच्ची पत्तागोभी का सेवन भी पेट की चर्बी कम करने में सहायक होता है |
  • प्रतिदिन एलोवेरा , संतरा,के जूस का सेवन करें इससे शरीर में अम्ल एवं क्षार का संतुलन बना रहता है।
  • भोजन में 50 % ताजे मौसमी फल 35% हरी पत्तेदार सब्जियां 10% साबुत अंकुरित अनाज एवं 5% सूखे मेवों का सेवन खूब चबा चबाकर करें, इससे शरीर को आवश्यक मात्रा में पोषण मिलता है शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से अपना कार्य करते हैं।
  • प्यास लगने पर मिट्टी के घड़े में रखे हुए जल को बैठकर धीरे-धीरे सेवन करें इससे शरीर को आवश्यक मात्रा में जल की आपूर्ति होती है,मोटापा कम करने के लिए शरीर का हाइड्रेट रहना बहुत जरूरी है,यह माना गया है कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर का अतिरिक्त मोटापा कम हो सकता है। अत्यधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ शरीर का वजन बढ़ाते हैं। वहीं, पानी कैलोरी को बर्न करता है और शरीर के वजन को नियंत्रित करता है। इसके अलावा, पानी पाचन क्रिया को मजबूत और शरीर की आंतरिक सफाई करता है
  • सप्ताह में कम से कम एक दिन उपवास रहें इससे शरीर में स्थित दूषित पदार्थ बाहर निकलते हैं पाचन अंगों को आराम मिलता है।
  • प्रतिदिन प्रातः काल सुगंधित पुष्पों से युक्त बगीचे में प्रसन्न चित्त होकर नंगे पांव ओंस पड़ी हुई घास पर टहलें इससे मन शांत एवं तनाव मुक्त होता है।
  • प्रतिदिन कपालभाति, अनुलोम-विलोम ,भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है।
  • सेतुबंध आसन पेट की अतिरिक्त चरबी दूर करता है ।
  •  नौकासन का अभ्यास पेट और नाभी के आसपास के भाग को सुडौल बनाने के लिए यह एक गुणकारी आसन है। इस आसन के प्रभाव से हमारी पाचन प्रणाली भी मज़बूत होती है। जब खाना ठीक से पाचन होता है तो शरीर में एक्सट्रा फैट जमा नहीं होता है और वज़न भी काबू में रहेता है,नौकासन करने से हमारी शरीर की छोटी आंत और बड़ी आंत को व्यायाम मिलता है। इस आसन को नित्य करने से आंतों से जुड़ी बीमारियाँ होने का खतरा नहीं रहता है।

समस्त योग का अभ्यास अनुभवी योग एवं नेचुरोपैथी फिजीशियन के निर्देशन में ही करें ।

निषेध-जानवरो से प्राप्त भोज्य पदार्थ, चीनी, मैदा या वसा से बनी हुई चीजें ,डिब्बाबंद ,मसालेदार चीजें ,क्रोध ,ईर्ष्या ,चिंता ,तनाव, रात्रि जागरण ,सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, टेलीविजन, कंप्यूटर का इस्तेमाल।



07:47 PM | 27-11-2019

Hi,

Its wonderful to hear that you are concerned about your weight. Increased weight predisposes you to many lifestyle disorders ranging from Bp, Diabetes, etc. Weight gain is not just calories in and calories out. Multifactors might be responsible for weight gain. It could be associated with improper sleep, stress, poor eating habits. Its wonderful to know that you are doing physical activity. Sleep and stress are equally important to maintain a hormonal balance between the body. Imbalance of hormones leads to poor absorption, assimilation and elimination. For instance if you are under constant stress or even if you are deprived of sound sleep, the body releases stress hormones and even if you are consuming a healthy meal the body gets a signal to store fat, because there is some kind of threat which the body perceives, which may or maynot be true. But, this miscommunication which happens due to lack of balance of hormones leads to slow metabolism and all this leads to weight gain.

Certain lifestyle changes would be helpful

  • Include plenty of raw fruits and raw vegetables in your diet. These contain essential nutrients which are important components of many hormones and many body functions. They are also full of fibre which helps you feel full for a longer duration of time.
  • Make sure you consume fruits for breakfast ,since the body is in the elimination phase and you would help your body.
  • Make sure you sleep well. Your body recovers and repairs during this time.
  • Avoid all packed, processed, sugary and fried foods. All of them are high in sugar, oil and colouring agents. These all create a hormonal imbalance and are difficult to digest. They are also empty calories, provide no nutrition for the body.
  • Avoid all animal foods including dairy also avoid tea and coffee. They are all difficult to digest by the body.
  • Chew your food slowly and avoid electronic gadgets while eating. You tend to consume more food than required if you watch an electronic device or if you chew fast. Your brain takes atleast 10-15 minutes to make you realise that you are full.
  • Soak in sunshine. Most individuals are deficient in Vitamin D, which the body can easily make when exposed to sun. Vitamin D is an essential component even for weight loss.

You could also read a blog on obesity to help you understand better.

wellcure.com/body-wisdom/361/obesity-cause-and-natural-cure-part-1

https://www.wellcure.com/body-wisdom/366/obesity-cause-and-natural-cure-part-2

You could even consult any health coach on this platform to help you with this transition underhttps://www.wellcure.com/body-wisdom/339/nature-nurtures-program-wellcure-your-natural-health-coach

You could even read health journey of individuals who lost weight. One such is given below.

https://www.wellcure.com/health-journeys/31/i-reversed-my-diabetes-high-bp-cholesterol-being-overweight

Wishing you Good Health Always!

Thank you

Regards



07:18 PM | 27-11-2019

हेलो,

कारण - भोजन किसी भी क्षेत्र का हो इस आधुनिक समय में आहार दोषपुर्ण हो ही हुआ साथ ही हमारे जीवन शैली में भी तनाव, अनिद्रा, और शिथिलता आ चुका है जिसके कारण जीवन शैली में बदलाव और आहार शुद्धि जरुरी है। हर तरीक़े से स्वस्थ रहने के लिए और वज़न को नियंत्रित करने के लिए पाचन तंत्र को स्वस्थ रखें ख़राब हाज़मा वज़न बढ़ने का कारण है। 

समाधान - शारीरिक और मानसिक क्रिया में संतुलन बनाए। दौड़ लगाएँ।सुप्त मत्स्येन्द्रासन, धनुरासन

पश्चिमोत्तानासन, अर्धमत्स्येन्द्रासन, शवासन करें।

खाना खाने से एक घंटे पहले नाभि के ऊपर गीला सूती कपड़ा लपेट कर रखें या खाना के 2 घंटे बाद भी ऐसा कर सकते हैं।

नीम के पत्ते का पेस्ट अपने नाभि पर रखें। 20मिनट तक रख कर साफ़ कर लें।

जीवन शैली-  1आकाश तत्व - एक खाने से दुसरे खाने के बीच में अंतराल (gap) रखें।

फल के बाद 3 घंटे, सलाद के बाद 5 घंटे, और पके हुए खाने के बाद 12 घंटे का (gap) रखें।

2.वायु तत्व - प्राणायाम करें, आसन करें। दौड़ लगाएँ।

3.अग्नि - सूर्य की रोशनी लें।

4.जल - अलग अलग तरीक़े का स्नान करें। मेरुदंड स्नान, हिप बाथ, गीले कपड़े की पट्टी से पेट की गले और सर की 20 मिनट के लिए सेक लगाए। 

स्पर्श थरेपी करें। मालिश के ज़रिए भी कर सकते है। नारियल तेल से

घड़ी की सीधी दिशा (clockwise) में और घड़ी की उलटी दिशा (anti clockwise)में मालिश करें। नरम हाथों से बिल्कुल भी प्रेशर नहीं दें।

5.पृथ्वी - सुबह खीरा 1/2 भाग + धनिया पत्ती (10 ग्राम) पीस लें, 100 ml पानी मिला कर पीएँ। यह juice आप कई प्रकार के ले सकते हैं। पेठे (ash guard ) का जूस लें और कुछ नहीं लेना है। नारियल पानी भी ले सकते हैं। पालक  पत्ते धो कर पीस कर 100ml पानी डाल पीएँ। दुब घास 25 ग्राम पीस कर छान कर 100 ml पानी में मिला कर पीएँ। कच्चे सब्ज़ी का जूस आपका मुख्य भोजन है। 2 घंटे बाद फल नाश्ते में लेना है। फल को चबा कर खाएँ। इसका juice ना लें। फल + सूखे फल नाश्ते में लें।

दोपहर के खाने में सलाद + नट्स और अंकुरित अनाज के साथ  सलाद में हरे पत्तेदार सब्ज़ी को डालें और नारियल पीस कर मिलाएँ। कच्चा पपीता 50 ग्राम कद्दूकस करके डालें। कभी सीताफल ( yellow pumpkin)50 ग्राम ऐसे ही डालें। कभी सफ़ेद पेठा (ashgurd) 30 ग्राम कद्दूकस करके डालें। ऐसे ही ज़ूकीनी 50 ग्राम डालें।कद्दूकस करके डालें।कभी काजू बादाम अखरोट मूँगफली भिगोए हुए पीस कर मिलाएँ। लाल, हरा, पीला शिमला मिर्च 1/4 हिस्सा हर एक का मिलाएँ। लें। बिना नींबू और नमक के लें। स्वाद के लिए नारियल और herbs मिलाएँ।

रात के खाने में इस अनुपात से खाना खाएँ 2 कटोरी सब्ज़ी के साथ 1कटोरी चावल या 1रोटी लेएक बार पका हुआ खाना रात को 7 बजे से पहले लें।

6.सेंधा नमक केवल एक बार पके हुए खाने में लें। जानवरों से उपलब्ध होने वाले भोजन वर्जित हैं।

तेल, मसाला, और गेहूँ से परहेज़ करेंगे तो अच्छा होगा। चीनी के जगह गुड़ लें।

7.एक नियम हमेशा याद रखें ठोस(solid) खाने को चबा कर तरल (liquid) बना कर खाएँ। तरल  को मुँह में घूँट घूँट पीएँ। खाना ज़मीन पर बैठ कर खाएँ। खाते वक़्त ना तो बात करें और ना ही TV और mobile को देखें।ठोस  भोजन के तुरंत बाद या बीच बीच में जूस या पानी ना लें। भोजन हो जाने के एक घंटे बाद तरल पदार्थ  ले सकते हैं।

हफ़्ते में एक दिन उपवास करें। शाम तक केवल पानी लें, प्यास लगे तो ही पीएँ। शाम 5 बजे नारियल पानी और रात 8 बजे सलाद लें।

8.उपवास के अगले दिन किसी प्राकृतिक चिकित्सक के देख रेख में टोना लें। जिससे आँत की प्रदाह को शांत किया जा सके। एनिमा किट मँगा लें। यह किट ऑनलाइन मिल जाएगा। इससे 200ml पानी गुदाद्वार से अंदर डालें और प्रेशर आने पर मल त्याग करें। ऐसा दिन में दो बार करना है अगले 21 दिनों के लिए। ये करना है ताकि शरीर में मोजुद विषाणु निष्कासित हो जाये। इसके बाद हफ़्ते में केवल एक बार लेना है उपवास के अगले दिन। टोना का फ़ायदा तभी होगा जब आहार शुद्धि करेंगे।

धन्यवाद।

रूबी, 

प्राकृतिक जीवनशैली प्रशिक्षिका व मार्गदर्शिका (Nature Cure Guide & Educator)

 


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